Poetry may serve to enter the emotional box and heal the wounds. Narazgi shayari is an exclusive genre that addresses your heartache and disappointments straight away. In the current article, we are going to discuss why these emotional verses are important and how they can strike a chord with every person who ever felt ununderstood or towards whom a certain relationship went sour.
Be ready to find touching shayari that will help not only share your agony but will bring understanding and forgiveness.
Best Naraz Shayari
No 1:
नाराजगी वहाँ मत रखिएगा मेरे यार
जहाँ आपको खुद बताना पड़े … आप नाराज हैं!
No 2:
ग़ुस्से में भींच लेता है बाँहों में अपनी वो
क्या सोचना है फिर उसे ग़ुस्सा दिलाइए!
No 3:
नाराज हमसे खुशियाँ ही होती है
गमों के तो इतने नखरे नही होते!
No 4:
ना जाने किस बात पे आप नाराज है हमसे
ख्वाबों मे भी मिलते है तो बात नही करते!
No 5:

जहाँ नाराजगी की कद्र न हो
वहाँ नाराज होना छोड़ देना चाहिये!
No 6:
या वो थे ख़फ़ा हम से या हम हैं ख़फ़ा उन से
कल उन का ज़माना था आज अपना ज़माना है!
No 7:
जहाँ नाराजगी की कद्र न हो
वहाँ नाराज होना छोड़ देना चाहिये!
No 8:
इतना तो बता जाओ ख़फ़ा होने से पहले
वो क्या करें जो तुम से ख़फ़ा हो नहीं सकते!
No 9:
इंसान की हर बात खामोशी से मान लेना
यह भी अंदाज़ होता है नाराज़गी का!
No 10:
तेरी नाराज़गी ने चैन छीना मन मेरा बेचैन सा है
माफ़ कर देना मुझे मेरी जानेमन तेरा प्यार ही मेरा सहारा है|
Heart Touching Narazgi Shayari
No 1:
तेरी आँखों में नमी देखकर दिल मेरा रो रहा है|
आ जाओ मेरी बाहों में मैं तुम्हें मना रहा हूँ|
No 2:
तू रूठती है तो मेरी दुनियाँ अंधेरी हो जाती है
माफ़ कर देना मुझे मेरी जानेमन तेरी मुस्कान ही मेरी खुशी है|
No 3:
तेरे बिना मेरा जीना मुश्किल है
आ जाओ मेरी बाहों में मैं तुम्हें प्यार से मनाऊंगा|
No 4:
तेरी नाराज़गी ने मेरा दिल तोड़ा है
माफ़ कर देना मुझे मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता|
No 5:
तेरी आँखों में तूफान देखकर मेरा मन घबरा रहा है
शांत कर दो मुझे अपनी मुस्कान से|
No 6:

तू मेरी ज़िंदगी की खुशी है
मेरी गलती को माफ़ कर देना|
No 7:
तेरी यादें मुझे बार-बार सताती हैं
आ जाओ मेरी बाहों में मैं तुम्हें कभी नहीं जाने दूंगा|
No 8:
जिंदगी की नाराजगी लगता है
मुझसे खत्म हीं नहीं होगी
जिसे हद से ज्यादा चाहा
वो कभी मेरी नहीं होगी!
No 9:
वो शख्स कुछ नाराज़ सा था मुझ से
शायद नाराजगी के साथ अकेले घर जा रहा था
चेहरा भी कुछ खामोश सा था उसका
लेकिन शोर उसकी आंखो में नजर आ रहा था!
No 10:
नाराज मत हुआ करो कुछ अच्छा नहीं लगता है
तेरे हसीन चेहरे पर यह गुस्सा नहीं सजता है
हो जाती है कभी कभी गलती माफ कर दिया करो
चाहने वालों से बेदर्दी यह नुस्खा नहीं जचता है!
Dard Narazgi Shayari
No 1:
सबको खुश रखने की कोशिश करोगे
तो खुशियाँ नाराज हो जाएगी
दिखावे के चक्कर में जो फंसोगे
तो बस हार हीं हार पाओगे!
No 2:
तुम्हारे जाने के बाद मेरा ये दिल घबरा रहा है
न जाने क्यों पर तुम्हें खोने का डर सता रहा है
वापस लौट आओ तुम ओ मेरी जान
बिना तुम्हारे अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है|
No 3:
किस बात पर खफा हो
यह जरूर बता देना!
अक्सर दिल में छुपी नाराजगी से
रिश्तों की डोर कमजोर हो जाती है!
No 4:
जो रूठ गए तुम तो हम पल भर में मना लेंगे
दूर जाओगे जो हमसे तो पास ले आएंगे
कह कर तो देखो ए-मेरी-जान हमसे तुम
तुम्हारे लिए इस जहान को भी दुश्मन बना लेंगे|
No 5:

नाराज़गी हो तो जता लेना
लेकिन नफ़रत न करना
चाहत किसी और हो जाएं तो बता देना
बस बेवफाई न करना!
No 6:
तुम रूठो तो तुम्हे मनाने आ जाएंगे
हम रूठे भी तो बताओ किस के भरोसे|
No 7:
तेरी बात को खामोशी से मान लेना
ये भी अंदाज है मेरी नाराज़गी का|
No 8:
मेरी आवारगी को तुम नादानी न समझना
जुदा जो हूं मैं तुमसे…सिर्फ तुम्हारी खुशी के लिए|
No 9:
ठुकरा दिया तूने अच्छा किया
मुझे मोहब्बत चाहिए अहसान नहीं|
No 10:
मुझे अपने किरदार पे इतना तो यकीन है की
कोई मुझे छोड़ सकता है लेकिन भूल नही सकता|
नाराजगी शायरी हिंदी
No 1:
तेरा नाम था आज किसी अजनबी की जुबान पे…
बात तो जरा सी थी पर दिल ने बुरा मान लिया|
No 2:
तेरी नाराज़गी मेरी दीवानगी
चल देखें किसकी उम्र ज्यादा है|
No 3:
मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना|
No 4:
देखो नाराज़गी मुझसे ऐसे भी जताती हैं वो
छुपाती भी कुछ नही जताती भी कुछ नही|
No 5:

तु हर साँस के साथ याद आती है
अब तु ही बता तेरी याद को रोक दूँ या अपनी साँस को|
No 6:
खामोशियां ही बेहतर हैं
शब्दों से लोग नाराज़ बहुत हुआ करते हैं|
No 7:
नाराजगी में भी है कुछ ख़ास बातें
मोहब्बत का इज़हार होता है सबसे अलग|
No 8:
कुछ रिश्ते ख़ामोशी और नाराज़गी के
चलते बच जाते है इस दुनिया में|
No 9:
कुछ नाराज़गी सिर्फ गले लगने से ही दूर होती हैं
समझने समझाने से नहीं|
No 10:
चेहरे पर मुस्कान है पर दिल उदास है
तुम्हारी नाराज़ी से ये ज़िंदगी बेहाल है|
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नाराज गुस्सा शायरी
No 1:
जब से तुमने रुठे को मनाना छोड़ा दिया
तब से हमने खुदा से भी नाराज होना छोड़ दिया|
No 2:
नाराज़ होते हो तो ख़याल रखना
दिल टूट जाता है तुम्हारी नाराजगी से|
No 3:
किसी को मनाने से पहले ये जान लेना
कि वो तुमसे नाराज है या परेशान|
No 4:
किस बात पे खफा हो नाराज लग रहे हो
लगते हो जैसे हरदम ना आज लग रहे हो |
No 5:
आज कुछ लिख नही पा रहा
शायद कलम को मुझसे नाराजगी है!
No 6:

नाराज़गी जायज़ है तुमसे
मगर नफ़रत मुमकिन नही|
No 7:
तेरी बात को खामोशी से मान लेना
ये भी अंदाज़ है मेरी नाराज़गी का!
No 8:
यूँ तो हम रोज तुम्हे याद करते है
दौर नाराजगी का ख़त्म हो फिर बात करते है|
No 9:
देखो नाराज़गी मुझसे ऐसे भी जताती हैं वो
छुपाती भी कुछ नही जताती भी कुछ नही|
No 10:
आज मौसम भी कमबख्त खुशमिज़ाज है
क्या करे अब हमारा यार थोड़ा नाराज है!
Conclusion
Narazgi shayari represents a very touching contemplation of human relations and feelings. It seizes inner moods of disappointment and heartaches in a manner, which speaks freely to the readers.
Using expressive words and sentimental feelings, shayari enables people to express thoughts and emotions, which are hard to expound in the course of normal discussions. Be it a sweet memory about the lost love or a recognition about a misunderstanding, these phrases in poetry bring a relief and sympathy.