Poetry is a good medicine against heartache. Intezaar judai shayari is a unique experience of emotional kingdom of separation and anticipation. This article will discuss some of the most moving shayari that summarize the agony of waiting in order to see a loved one.
You will find out how these verses can enable you to share your personal experiences of yearning at the end and reach out to people experiencing the same feelings.
Intezaar Judai Shayari

No 1:
ताजमहल क्या चीज है इससे अच्छी इमारत बनाऊंगा
मुमताज तो मार कर दफन हुई थी तुझे तो जिंदा ही दफनाऊंगा
No 2:
मेरा प्यार तुम्हारे लिए कभी काम नहीं होगा ना
वक्त के साथ ना हालात के साथ और ना उम्र के साथ
No 3:
अंदाज मुझे भी आते हैं नजर अंदाज करने के
मगर तू भी तकलीफ से गुजरे यह हमें गवारा नहीं
No 4:
बेहतरीन जिंदगी जीने के लिए इस हकीकत को
तस्वीर करना पड़ता है की सबको सब कुछ नहीं मिल सकता
No 5:
खामोशी में जो दुख है वह सोर में नहीं मिलता
दुनिया सिर्फ अल्फ़ाज़ू को सुनती है जज्बातों को नहीं
No 6:
जीते थे हम भी कभी शान से दिल धड़कता था किसी
के नाम से गुजरे हैं कुछ इस मुकाम से नफरत हो
गई है मोहब्बत के नाम से
No 7:
मन हुआ तो बात की वरना बहाने खूब है
दर्शल इस मालूम है उसके दीवाने खूब है
No 8:
अफसोस होता है उसे वक्त जब अपनी पसंद को कोई
और पसंद आ जाता है ख्वाब हम देखते हैं हकदार कोई और हो जाता है
No 9:
मोहब्बत ऐसे शख्स से करो जो तुम्हें ऐसे देखे
जैसे तुम उसके लिए दुनिया के आखिरी इंसान हो
No 10:
तेरे बाद फिर कहां किसी की हसरत रहेगी
खामोखा उम्र भर मोहब्बत से नफरत रहेगी
Judai Shayari 2 Line
No 1:
जाते वक्त सारी कमियां बिना दी उसने सोच रहा हूं
कि जब हम मिले थे तो क्या अपना थी मुझ में
No 2:
लाखों ख्वाब तुमने देखे होंगे मैं
ख्वाब में सिर्फ तुम्हें देखा है
No 3:
तुम्हें लगता है क्या मैं तुम्हारे ताल्लुक का मोहताज
हूं यह भी उन्हें देना जिनके पास खुदा ना हो
No 4:
सारी रात गुजरती है इन्हीं हिसाबो
में उसे मोहब्बत थी न थी है ना रहेगी
No 5:
यह मत समझना तेरे काबिल नहीं है
वह लोग रहे हैं जिन्हें हासिल नहीं है हम
No 6:
सबर इतना रखो कि इसको बेहूदा ना
बने खुदा महबूब बन जाए महबूब खुदा ना बने
No 7:
मेरे बाद नहीं आएगा तुम्हें चाहत का ऐसा मजा
तुम लोगों से कहते फिरोगे मुझे चाहे उसी पल की तरह
No 8:
लहजे यार मेरे जहर है बिच्छू की तरह
वह मुझे आपको कहता है मगर तू की तरह
No 9:
चेहरा खूबसूरत हो या ना हो अल्फाज हमेशा
खूबसूरत रखो लोग चेहरे भूल जाते हैं
लेकिन अल्फाज हमेशा याद रखतेहैं
No 10:
हैरत करूं मलाल करूं या जिला करूं
तुम गैर लग रहे हो बताओ मै क्या करूं
Loneliness Seperatipon Poetry

No 1:
लफ्ज़ कभी खत्म नहीं होते लेकिन
बोलने की ख्वाहिश खत्म हो जाती है
No 2:
इश्क मोहब्बत प्यार वफा आए हाय
कितना अल्फाज है बर्बादी के
No 3:
मेरी मोहब्बत को बस इतना मुकाम मिल जाए जब-जब
तेरी याद आए पास कहीं सिगरेट की दुकान मिल जाए
No 4:
मुझे रोता देख खुद रो दे ऐसा हमसफर चाहिए मुझको ना
कि ऐसा जो खुद रुला कर पूछे रो तो नहीं रहे हो तुम
No 5:
इस दौर के लोगों की मोहब्बत नफ़ील की तरह है
अदा हो गई तो ठीक करना कौन सी फर्ज थी
No 6:
मैं तहज़ूद की नमाज तक मांगा था और
उसे पानी वाले मस्जिद तक नहीं गया
No 7:
वह मेरा वजूद है एस थोड़ी है वह मेरी
पूरी कायनात है एक शख्स थोड़ी है
No 8:
तू एक बार पलट कर तो देख तेरा इंतजार आज भी है
बेशक तुझसे बातें नहीं होती लेकिन प्यार आज भी है
No 9:
मुझे प्यार जताना नहीं आता लेकिन जितना
प्यार तुमसे है शायद उतना खुद से भी नहीं
No 10:
किसी को तो रास आएंगे हम भी कोई
तो होगा जिसे दिखावा नहीं सादगी पसंद होगी
Dard Bhari Judai Shayari
No 1:
तू पलट कर आओ तो सही आकार नजर मिला तो सही मैं
जनाजे से भी उठ जाऊंगा तू जाकर आवाज लगा तो सही
No 2:
अकेलापन से सीखी है पर बात सच्ची है
दिखावे की नजदीकियों से दूरियां अच्छी है
No 3:
क्यों हम लेकर बैठे हैं गम यह बेकार के
होगा तो वही जो है फैसले परवरदिगार के
No 4:
जिंदगी में प्यार क्या होता है यह उसे इंसान से पूछो जिसका
दिल टूटा हो अगर वह फिर भी उसका इंतजार में हो
No 5:
इत्तेफाक से दिख जाओ तो बात अलग है
वैसे इन आंखों को अब तलाश तुम्हारी नहीं रही
No 6:
दूरियां जब बड़ी तो गलतफहमियां भी बढ़
गई कि तुमने वह भी सुना जो मैंने खा ही नहीं
No 7:
सब मिल जाए तो भी लोगों को दिल
में काश और अगर रही जाता है
No 8:
हम भी किसी के दिल की हवालात में कैद थे
फिर उसने गैरों की जमानत पर हमें रिहा कर दिया
No 9:
अगर तुम अजनबी थे तो लगे क्यों नहीं
और अगर मेरे थे तो मुझे मिले क्यों नहीं
No 10:
जुदाई में आँखें नम हो जाती हैं,
और यादें दिल पर बोझ बन जाती हैं।
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Judaai Alvida Shayari

No 1:
जुदाई का दर्द सहना आसान नहीं,
ये दिल का जख्म किसी से बयान नहीं।
No 2:
दिल चाहता है तुझे पास बुला लूँ,
मगर जुदाई की दीवार कैसे गिरा लूँ।
No 3:
जुदाई ने मुझसे मेरी पहचान छीन ली,
खुशियों की जगह आँखों ने नमी ले ली।
No 4:
तेरे बिना जीना अब मुश्किल है,
जुदाई का दर्द कितना संगदिल है।
No 5:
जुदाई ने तोड़ दिया है मुझे टुकड़ों में,
अब हर खुशी लगती है अधूरी लम्हों में।
No 6:
जुदाई का एहसास सबसे गहरा है,
ये दर्द तो जीते जी भी ज़हरीला है।
No 7:
जुदाई ने हमें अंदर से तोड़ दिया,
हर ख़्वाब को अधूरा छोड़ दिया।
No 8:
जुदाई की आग हर रोज़ जलाती है,
तेरे बिना ये रूह भी तड़प जाती है।
No 9:
जुदाई ने मोहब्बत की तस्वीर बिगाड़ दी,
खुशियों की जगह बस तन्हाई बाँट दी।
No 10:
जुदाई ने दिल को पत्थर बना दिया,
मोहब्बत को आँसुओं में बहा दिया।
Conclusion
Intezaar judai Shayari is the perfect example of the great feelings reflected by waiting and being separated. Such heartfelt poems enable us to be close with our inner sentiments, which are comforting when we are in the state of desire.
