Kya aapne kabhi aise shabdon ko suna hai jo itne saadhe phir bhi itne gehre hote hain ki wo aapke dil par hamesha ke liye apna asar chhod jaate hain? 2 lines Gulzar shayari bilkul yehi karti hai gahi jazbaat, khayal aur zindagi ki asal rooh ko kuch shabdon mein pirokar.
Gulzar ki mahart yeh hai ki wo apne minimalist verses ke zariye pechide jazbaat ko bahut asaani se samjha dete hain, jo unki shayari ko har us insaan ke dil mein basne ka moka deti hai jise kabhi mohabbat hui ho, kabhi kuch kho diya ho ya zindagi ke rangon par gaur kiya ho. Unke shabdon mein ek aisi baat hai jo sochne par majboor kar deti hai aur jazbaat ko jagaa deti hai, jise hum kabhi nahi bhool paate
Deep Meaning 2 lines Gulzar Shayari
No 1:
आँधियों के बीच भी कभी रास्ता होता है,
और समुन्दरों को पार करना है
No 2:

No 3:
तन्हा ही रहना सीख लो ऐ जिंदगी
हर चेहरा दोस्त नहीं होता
No 4:
ये शहर बेवफा है दोस्तों ये याद रखना
यहाँ हर आहट में मिलते हैं परदेसी
No 5:
ये तेरा खामोश रहना भी गज़ब का इल्म है
इशारों में ही सब कुछ कह दिया तूने
No 6:

बिना मिले दिल जुदा किसी तेरे साथ,
क्या बात करें क्या बात करें, तुझसे क्या कहें।
No 7:
मोहब्बत को तेरे ख़ातों की बरसात समझ लिया,
दर्द को तेरे होंठों की मुस्कान समझ लिया।
No 8:
किसी के इश्क़ में ख़ुद को खो कर देखा,
ख़ास किस्मत वाले ही अपना हार मानते हैं।
No 9:
तेरी आँखों में नज़रें चुराने को जी चाहता है,
तेरी बातों में मिटने को जी चाहता है।
No 10:
ज़िंदगी अगर आसान होती तो कभी उसे प्यार कहते नहीं,
ख़ुशियों के पास बहुत सारे दरवाज़े होते।
No 12:

अपने हुस्न की बादशाहत के इनाम में हम,
उजड़े शहर की बस्तियों की चाँदनी चाहते हैं।
Deep Meaning Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines
No 1:
हर सुबह की रोशनी तेरी ज़िन्दगी में हो,
ये दुआ हमें हर रोज़ सुनाई जाती है।
No 2:
हम न थे हम न रहे तुम न थे तुम न रहे
फिर भी ये ज़िंदगी बनी रही बेवजह
No 3:
No 4:
आँधियों के बीच भी कभी रास्ता होता है,
और समुन्दरों को पार करना है।
No 5:
चलो एक बार फिर से बेवफा हो जाएँ
वफ़ा की राहों में बहुत थक गए हैं
No 6:
ये कैसा ख़्वाब है जो टूटने से डरता है
हकीकत हो गई तो ख़्वाब कहाँ रहा
No 7:
बिना मिले दिल जुदा किसी तेरे साथ,
क्या बात करें क्या बात करें, तुझसे क्या कहें।
No 8:
चुप रहने की बजाय खामोशी तो अच्छी थी,
कम से कम तेरी बातें तो हमारी सुनती थी।
No 9:
गुलज़ार है तेरा चेहरा, न बन जाओ रंग,
हमसे हँसते हुए चल, मंजिल अपनी छोड़।
No 10:
तेरी आँखों में मेरे दिल की धड़कन है,
तेरी बातों में मेरे ख्वाबों की मीठी बातें हैं।
No 11:
तेरे होंठों की मुस्कान में मेरी जिंदगी की खुशियाँ हैं,
तेरी आँखों की चमक में मेरे सपने हैं।
No 12:
दिल की बातें दिल से सुन,
अगर हो सके तो कह दे, मेरे दिल में अब तेरी जगह कोई और है नहीं।
Conclusion
Gulzar shayari sirf 2 lines mein unhee jazbaat ko samet leti hai jo gehraai mein chhupi hoti hain. Uske shabdon mein sirf dil hi nahi, balki rooh tak ki baat hoti hai, jo zindagi, mohabbat, aur gham ke nuqson ko behtareen tareeke se dikhata hai.
Chahe wo Gulzar 2 line shayari ho ya phir uski mashhoor गुलजार शायरी जिंदगी 2 line, har ek misra humare andar ek gehra rishta aur soch ko jagata hai. Yeh shayariyaan samay aur jagah ke bandhan ko tod kar, poet ke duniya aur hamare anubhav ke beech ek pul banati hain. Toh jab bhi aapko aise shabdon ki zarurat ho jo gehraayi se baat karein, toh 2 lines gulzar shayari ki khoobsurati ko apnayein, aur isey apne andar ke jazbaat aur soch se judiye.