2 Line Majboori Shayari In Hindi (2025)


Zindagi mein kuch lamhe aise hote hain jab hum apne dard ko lafzon mein bayaan nahi kar paate. Us waqt 2 line majboori shayari dil ka gham chup chaap samet leti hai. Majboori ka ehsaas, khamoshi mein chup dard, aur toot kar bhi muskurana sab kuch do lines mein bayan ho jaata hai. Ye shayariyaan un lamhon ko yaad dilati hain jo hum chah kar bhi badal nahi paate.

2 Line Majboori Shayari

No 1:

दिल की मजबूरी में हमने रो दिया,
किसी ने दर्द पूछा तो मुस्कुरा दिया।

No 2:

हर बात पर रोने की आदत नहीं थी,
मजबूरी में दिल को तोड़ना पड़ गया।

No 3:

कुछ मजबूरियां ऐसी होती हैं,
जहां दिल और जुबां दोनों खामोश होते हैं।

No 4:

दिल की मजबूरी को हमने समझाया नहीं,
दर्द था पर किसी को जताया नहीं।

No 5:

जब दिल मजबूर हो जाता है,
हर खुशी उससे दूर हो जाता है।

No 6:

दर्द की मजबूरी को कैसे बयां करें,
आंसू भी रोते हैं, दिल को कैसे संभालें।

No 7:

दर्द में जब दिल मजबूर हो जाए,
हर खुशी से इंसान दूर हो जाए।

No 8:

मजबूरी की भी हद होती है,
पर दर्द की कोई सीमा नहीं होती है।

No 9:

दर्द का रिश्ता दिल से जुड़ा होता है,
मजबूरी में दिल हर बार टूटता है।

No 10:

दर्द भरी मजबूरी को कैसे जिएं,
हर सांस में सिर्फ तन्हाई मिले।

No 11:

तन्हाई की मजबूरी में खुद को खो दिया,
हर बात पर खुद को ही रो दिया।

No 12:

तन्हाई और मजबूरी का साथ पुराना है,
जहां दिल टूटा, वहां दर्द का आना है।

No 13:

मजबूरी में दिल ने तन्हाई को अपनाया,
हर खुशी को खुद से दूर भगाया।

No 14:

तन्हाई और मजबूरी का सफर लंबा है,
दिल से हर एक ख्वाब दूर चला गया।

No 15:

जब तन्हाई दिल को मजबूर कर दे,
तब इंसान हर खुशी से दूर हो जाए।

No 16:

दिल की मजबूरी को कैसे समझाएं,
दर्द भरे जज़्बात को कैसे बयां करें?

No 17:

दिल से निकली मजबूरी की बातें,
हर आंसू में बसी हैं हमारी यादें।

No 18:

दिल मजबूर है, लेकिन खामोश नहीं,
हर दर्द में छिपी है उसकी सच्चाई कहीं।

No 19:

दिल की मजबूरी को समझ लो तुम,
हमसे दूर जाकर भी हमें मत भूलो तुम।

No 20:

जब दिल मजबूर हो जाता है,
तब हर खुशी दूर हो जाता है।

No 21:

मजबूरी में दिल की हर खुशी छीन जाती है,
जब जिंदगी दर्द से भी बुरी लगती है।

No 22:

मजबूरी ने हमें इस कदर तोड़ दिया,
हर खुशी से हमने खुद को दूर कर दिया।

No 23:

मजबूरी में जब दिल तन्हा हो जाए,
तब हर खुशी उससे दूर हो जाए।

No 24:

जब जिंदगी में मजबूरी हावी हो जाती है,
तब हर खुशी एक ख्वाब बन जाती है।

No 25:

जीवन की मजबूरी ने हमें बदल दिया,
हर खुशी से हमने खुद को दूर कर लिया।

No 26:

मजबूरी में हर ख्वाब टूट जाता है,
इंसान खुद से भी रूठ जाता है।

No 27:

जब जिंदगी मजबूर हो जाए,
तब हर रास्ता अजनबी बन जाए।

No 28:

जीवन की राहों में मजबूरी बहुत है,
खुशियों का यहां कोई ठिकाना नहीं है।

No 29:

जिंदगी की मजबूरी में खोया हुआ इंसान,
अपनी मंजिल से हमेशा दूर ही रहता है।

No 30:

वक्त की मजबूरी ने हमें रुला दिया,
हर पल हमें अकेला बना दिया।

No 31:

जब वक्त साथ नहीं देता,
तो हर खुशी हमसे दूर चला जाता है।

No 32:

वक्त की मजबूरी में बहुत कुछ छूट जाता है,
इंसान का हर सपना अधूरा रह जाता है।

No 33:

वक्त ने हमें मजबूर किया ऐसे जीने को,
जहां हर ख्वाहिश अधूरी ही रह जाती है।

No 34:

वक्त की चाल ने हमें समझा दिया,
मजबूरी में भी हमें मुस्कुराना सिखा दिया।

No 35:

इश्क में मजबूरी ने हमें तोड़ दिया,
दिल का हर कोना दर्द से भर दिया।

No 36:

जब इश्क मजबूरी बन जाए,
तब दिल की हर धड़कन रुक जाए।

No 37:

इश्क और मजबूरी का साथ पुराना है,
जहां दिल टूटा, वहां दर्द का ठिकाना है।

No 38:

इश्क में जब मजबूरी हो जाए,
तब हर खुशी से दिल दूर हो जाए।

No 39:

इश्क की मजबूरी ने हमें रुला दिया,
हर रात हमने तन्हा गुज़ार दिया।

Conclusion

Kabhi kabhi zindagi mein aise mod aa jaate hain jab इंसान ko kuch karne ki मजबूरी hoti hai. Aise lamhon mein कही गई मजबूरी sad शायरी ya 2 line majburi shayari dil ko chhoo jaati hai. Ye sirf lafzon ka khel nahi, balki ek ahsas hai jo har kisi ne mehsoos kiya hota hai. हालात से मजबूर शायरी aur halat majburi shayari un jazbaaton ka izhar hai jo insaan ki andar ki kahani bayan karti hai. Agar aap bhi kisi मजबूरी से guzre ho, toh मजबूरी शायरी zaroor aapke dil ke kareeb hogi.


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